
अन्याय अपनी पराकाष्ठा पर
एक ऐसा षड्यंत्र और अन्याय जिसे खुली आँख दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र देख रहा है।
आशारामजी बापू

वो नाम जिनके लिए कहा जाता है कि वे ईसाई मिशनरियों का काल बने । जिन्होंने हजारों नहीं लाखों की तादाद में ईसाई बने हिंदुओं की घरवापसी करवाई । जिन्होंने देशभर में हजारों बाल संस्कार केंद्र, सैकड़ों युवा सेवा संघ व नारी सशक्तिकरण के साथ आयुर्वेद का विस्तार, चल चिकित्सालय, “भजन करो भोजन करो दक्षिणा पाओ” जैसी योजनाएं, हर माह राशन वितरण, दरिद्र नारायणों में भंडारे, देशभर में 40 से ज्यादा गुरुकुलों का पुनर्निर्माण, 14 फरवरी मातृ पितृ पूजन दिवस, 25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस आदि अनेकों राष्ट्रहितकारी प्रकल्पों के साथ वे स्वयं एक चलती-फिरती क्रांति बने ।
जिनकी सिंह गर्जना ने शक्तिशाली शोषकों की रीढ़ की हड्डी को हिला दिया । इसलिए आसाराम बापू के खिलाफ भयावह आरोपों की श्रृंखला के साथ एक घिनौना षड्यंत्र रचा गया जिसमें कई आपराधिक दिमाग लगे ।
…और भी अधिक चौंकाने वाले खुलासे एवं सबूतों के साथ हम लाये हैं एक सच्चे सनातनी संत की निर्दोषता को जिन्हें आम जनता से दूर करने के लिए कैसा कुचक्र रचा गया !!!
जोधपुर केस
निर्दोषिता के अनेकों प्रमाण जो अदालत में प्रमाणित होने पर भी क्यों नजरंदाज किये गये ?
मानवाधिकारों का सतत अतिक्रमण
प्रतिकूल परिस्थितियों से स्वास्थ्य में गिरावट
87 वर्ष की इस वयोवृद्ध अवस्था में उनके शरीर को कितनी ही बीमारियों ने घेर लिया है। फरवरी 2024 में करवाई एंजियोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार बापूजी के हृदय में 3 ब्लॉकेज पाए गए हैं।
जजमेंट
आरोपी के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं।
सजा का आधार
सजा का आधार मात्र आरोपकर्ता का विरोधाभासी बयान।
12 वर्षों में
एक दिन भी न बेल, न पैरोल, न फर्लो।

अहमदाबाद केस
पूज्य संत श्री आशारामजी बापू को बगैर किसी साक्ष्य आजीवन कारावास की सजा प्राकृतिक जीवन के अंत तक..!
सामाजिक सेवाएं
लगातार स्वास्थ्य की गिरती स्थिति!
जेल के तनावपूर्ण वातावरण एवं अनुकूल चिकित्सा के अभाव में ७९ वर्षीय आशारामजी बापू का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन बिगड़ता जा रहा है। पिछले ४-५ वर्षों से उन्हें कई घातक बीमारियों का सामना करना पड़ा है:
- फरवरी २०२३: एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम
- मई २०२३: गंभीर COVID, आंतों से रक्तस्राव Hb-3.7
- जून २०२३: सेप्टिक शॉक के साथ पोस्ट COVID न्यूरोसिस
- नवंबर २०२३ से अगस्त २०२४: २ घातक हार्टअटैक
एम्स जोधपुर के चिकित्सा अधीक्षक द्वारा माननीय उच्च न्यायालय जोधपुर के लिखे पत्र में हर्षलसन बापू की स्थिति को भारी जोखिम श्रेणी में घोषित किया गया है।
३२ वर्षों के मेडिकल रिकॉर्ड से पता चलता है कि स्वास्थ्य में धीरे-धीरे गंभीर गिरावट आ रही है।

अन्याय के विरुद्ध जनता का आक्रोश

Bhopal
Madhya Pradesh
Date: 7/20/2025

Bhopal
Madhya Pradesh
Date: 7/20/2025

Bhopal
Madhya Pradesh
Date: 7/20/2025
समाचार

जोधपुर समाचार
18 December 2024
Categories: जोधपुर समाचार
आज पूज्यश्री आरोग्यम अस्पताल से माधवबाग हॉस्पिटल, खोखली के लिए निकल चुके हैं। साधकों से विनम्र अनुरोध है कि वे अस्पताल के आसपास भीड़ न करें एवं प्रशासन को सहयोग करें।

स्वास्थ्य समाचार
18 December 2024
Categories: स्वास्थ्य समाचार
पूज्यश्री माधवबाग हॉस्पिटल, खोपली पहुंच गये हैं। साधकों से विनम्र अनुरोध है कि वे अस्पताल के आसपास भीड़ न करें एवं प्रशासन को सहयोग करें।

जोधपुर समाचार
16 December 2024
Categories: जोधपुर समाचार
आज जोधपुर हाई कोर्ट में 10 दिसंबर 2024 के आर्डर में बदलाव (modification) की अर्ज़ी लगाई गयी थी। इस अर्ज़ी में पूज्यश्री के 2 सप्ताह तक आरोग्यम अस्पताल में रहने और फिर माधवबाग हॉस्पिटल जाने की बात रखी गई।